हमारे देश में बहुत से युवा वर्ग ऐसे हैं जो छोटी सी ही उम्र में स्मोकिंग शुरू कर देते हैं। यह जानते हुए भी कि इससे स्वास्थ्य से संबंधित बहुत सारे नुकसान होते हैं। एक बार जब स्मोकिंग की लत लग जाती है तो इससे छुटकारा दिलाना बेहद मुश्किल हो जाता है। स्मोकिंग ना सिर्फ, स्मोकिंग करने वाले के लिए हानिकारक है, बल्कि उसके साथ रहने वाले लोगों के लिए भी उतनी ही हानिकारक होती है। क्योंकि इसका धुआ भी जहरीला होता है। स्मोकिंग करने से हमारे फेफड़े बुरी तरह से प्रभावित होते हैं इसके साथ-साथ स्वास्थ्य पर और भी ज्यादा बुरे असर पढ़ते हैं तो आज हम आपको कुछ आयुर्वेदिक तरीकों के बारे में बताएंगे जो आपकी स्मोकिंग को छुड़ाने के लिए काफी मददगार हो सकते हैं।
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अजवाइन के बीजों से छुड़ाए स्मोकिंग;
आयुर्वेद के विशेषज्ञों के अनुसार अगर कोई व्यक्ति स्मोकिंग की लत से छुटकारा पाना चाहता है तो उसे अजवाइन में नींबू का रस और काला नमक मिलाकर इस मिश्रण को 2 से 3 दिनों तक ऐसे ही छोड़ देना चाहिए। जब जब भी स्मोकिंग करने का मन हो तो इस मिक्सर का सेवन करना चाहिए । अगर व्यक्ति 2 महीने तक ऐसा करेगा, तो उसकी स्मोकिंग की लत निश्चित रूप से छूट जाएगी।
सौफ से छुड़ाए अपने स्मोकिंग की लत;
महीन सौंफ और मिश्री के बराबर मात्रा को ले और अपनी जेब में डालने और जब भी आपको सिगरेट या बीड़ी पीने का मन हो तो उसकी जगह इस मिश्रण को मुंह में रखकर धीरे-धीरे चलाते रहें 10 से 15 दिन में सकारात्मक असर देखने को मिलेगा।
करें शहद का उपयोग;
शहद में पाए जाने वाले प्रोटीन एंड जॉइन और विटामिन स्मोकिंग की लत छोड़ने में काफी मददगार हो सकते हैं इसलिए डूबा की आदत को छोड़ने के लिए शहद का इस्तेमाल किया जा सकता है।
अश्वगंधा और शतावरी है स्मोकिंग से दूर रखने में मददगार
अश्वगंधा और शतावरी आयुर्वेद में एक बहुत ही ज्यादा लाभ कारक जड़ी बूटियां है। आयुर्वेद के विशेषज्ञ इन दोनों जड़ी बूटियों का इस्तेमाल काफी सारे रोगों के इलाज करने के लिए करते हैं। धूम्रपान करने से शरीर में निकोटिन जैसे खतरनाक और विषैले यौगिकों का जमना शुरू हो जाता है, लेकिन इन दोनों जड़ी बूटियों के माध्यम से इन विषाक्त पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है और स्मोकिंग की लत को छुड़ाने में भी मदद मिलती है।