जैसा की आप सभी जानते हैं कि देश के अधिकांश किसान गरीबी की मार झेल रहे हैं। इस गरीबी में वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने से वंचित रह जाते हैं। लेकिन कर्नाटक सरकार ने किसानों के लिए एक ऐसी योजना बनाई है जिसके तहत कर्नाटक का कोई भी किसान अपने बच्चों को आसानी से पढ़ा सकेगा।
दरअसल मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने किसानों के बच्चों के लिए छात्रवृत्ति योजना शुरू की है। कर्नाटक सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत छात्रवृत्ति की राशि तुरंत उन युवाओं के बैंक खातों में जमा की जाएगी, जिन्होंने 10 वीं पढ़ाई पूरी कर ली है और वर्तमान समय में किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान में पढ़ाई कर रहे हैं। इस योजना से अब किसान के बच्चे आसानी से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।
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छात्रवृत्ति योजना के लिए ये है सरकार का बजट
बसवराज बोम्मई द्वारा मुख्यमंत्री पद का कार्यभार संभालते हुए पहली ही कैबिनेट की बैठक में इस योजना का ऐलान किया गया है। जिसके लिए सरकार द्वारा 1,000 करोड़ रुपये की राशि अलग रखी गई है। सरकार की इस योजना से अब हर गरीब किसान का बच्चा आसानी से उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकेगा, और अब किसान भी बच्चों की पढ़ाई के लिए टेंशन मुक्त होगा।
इतनी मिलेगी स्कॉलरशिप
कर्नाटक सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना में PUC या ITI कोर्स में नामांकित छात्रों को 2,500 रुपये तो वहीं छात्राओं को 3,000 रुपये मिलेंगे। अगर कोई BA, B.com, BSC, MBBS, BE या अन्य व्यावसायिक कोर्स की पढ़ाई कर रहा है तो लड़के को 5 हजार और लड़कियों को 5,500 रुपए मिलेंगे। इसके अलावा पैरामेडिकल साइंस, नर्सिंग, कानून या अन्य किसी व्यावसायिक कोर्स करने के लिए छात्रों को 7,500 तो छात्राओं को 8 हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी। और वहीं जो छात्र पोस्ट ग्रेजुऐशन करना चाहते हैं तो ऐसे छात्रों को कर्नाटक सरकार द्वारा 10 हजार तो वहीं छात्राओं को 11 हजार रुपए की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
किन युवाओं को मिलेगा इस योजना का लाभ
कर्नाटक सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का लाभ केवल उन छात्र छात्राओं को मिलेगा जिन्होंने 10 वीं तक की पढ़ाई पूरी कर ली है और वर्तमान में किसी मान्यता प्राप्त शैक्षणिक संस्थान में अपनी पढ़ाई जारी रख रहे हैं। ये योजना किसान के बच्चों को उच्च शिक्षा देने के लिए बेहद फायदेमंद है।
किन छात्र छात्रों को लाभ नहीं मिलेगा
ऐसे किसान के बच्चे जो पहले से ही किसी योजना के तहत छात्रवृत्ति प्राप्त कर चुके हैं। वे सरकार की इस योजना के लिए योग्य नहीं होंगे। सरकार द्वारा शुरू की गई ये छात्रवृत्ति उन स्टुडेंट्स को दी जाएगी जो कोई एक ही विशिष्ट पाठ्यक्रम में पढ़ाई कर रहे हैं। लेकिन अगर कोई छात्र एक बार किसी कोर्स में पीजी की पढ़ाई के दौरान स्कॉलरशिप लेता है और कोर्स पूरा होते ही वह दूसरे पीजी कोर्स की पढ़ाई शुरू करता है तो उसे दोबारा छात्रवृत्ति नहीं दी जाएगी।
अब हर गरीब किसान का बच्चा ले सकेगा उच्च शिक्षा
कर्नाटक सरकार की इस योजना के द्वारा गरीब किसान के बच्चों को अब आसानी से उच्च शिक्षा मिल सकेगी। इस योजना का उद्देश्य हर किसान के बच्चे को उच्च शिक्षा के लिए छात्रवृत्ति उपलब्ध करवाना है।