प्रधान मंत्री किसान योजना के तहत लाभार्थी बने रहने के लिए अपना फिजिकल वेरिफिकेशन प्रक्रिया कराना अनिवार्य है यदि अपने अभी तक अपना Physical Verification पूर्ण नहीं किया है तो जल्द से जल्द करा लें अन्यथा आपके पीएम किसान 13वीं किस्त प्राप्त नहीं होगी। नीचे लेख को पूरा पढ़ें और जानिए पीएम किसान फिजिकल वेरिफिकेशन प्रक्रिया कैसे करें।
पीएम किसान स्कीम किसानों के लिए शुरू की गयी जो की केंद्र सरकार की लाभकारी योजनाओं में से एक है। इस योजना के तहत लाभार्थी किसानों को 2000 रूपए की राशि 3 समान किस्तों में सालाना 6000 रूपए के रूप में दी जाती हैं. यह सहायता राशि DBT के माध्यम से किसानों के खातों में सीधे ट्रांसफर की जाती है।
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- गलत तरीके से किसान योजना में पैसा लेने वालों पर गिरेगी गाज
- 5% किसानों का होगा फिजिकल वेरिफिकेशन
- जिला कलक्टर की देख रेख में होगा वेरिफिकेशन
- वेरिफिकेशन में फर्जी पाए जाने वालों से पैसे लिए जाएंगे वापस
- फिजिकल वेरिफिकेशन कैसे किया जाएगा?
- कैसे लिया जायेगा पैसा वापस?
- मुजफ्फरपुर में Income Tax देने वाले 38 किसानों ने लौटाई पीएम किसान सम्मान निधि की राशि
- इस तरह सामने आया पूरा मामला
गलत तरीके से किसान योजना में पैसा लेने वालों पर गिरेगी गाज
सरकार को मिली जानकारी के अनुसार कुछ अपात्र किसान भी किसान निधि योजना का लाभ ले रहें है। इस पर रोक लगाने के लिए सरकार पीएम किसान फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया अपनाने जा रही है। जिससे इस भ्रष्टाचार को रोका जा सके और जो पात्र किसान हैं, उन तक इस योजना का लाभ पहुंचाया जा सके।
मोदी सरकार ने 27 फरवरी को किसान योजना 13वीं किश्त जारी कर दी है। ऐसे में केंद्र उन किसानों का नाम बेनेफिसिअरी सूची में से हटा सकता है जो गलत डाक्यूमेंट्स सबमिट करके योजना का लाभ ले है। ऐसा करने के लिए सरकार को डबल चेक के साथ साथ फिजिकल वेरिफिकेशन भी करना होगा।
5% किसानों का होगा फिजिकल वेरिफिकेशन
सरकार को यह जानकारी मिली है की जो लोग इस योजना के पात्र नहीं है वह भी इस योजना का लाभ ले रहें है। ऐसे में सरकार 5 फ़ीसदी किसानों का फिजिकल वेरिफिकेशन करवाने जा रही है। इससे गलत लोगों की पहचान हो सकेगी और सही लाभार्थियों का पता लगाया जा सकेगा ताकि PM Kisan Samman Nidhi Scheme का पैसा सही और जरूरतमंद किसानों को मिल सके।
जिला कलक्टर की देख रेख में होगा वेरिफिकेशन
कृषि मंत्रालय के अनुसार, यह वेरिफिकेशन जिला कलक्टर की देख-रेख में होगा। इसमें किसानों द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जांच मौके पर की जायेगी। डॉक्युमेंट्स की जांच करने के आधार पर पता चल सकेगा की, कोई फर्जी तरीके से इस योजना का लाभ तो नहीं उठा रहा है। इसलिए जो इस योजना का गलत तरीके से फायदा उठा रहें हैं, उन्हें सावधान होने की जरुरत है।
वेरिफिकेशन में फर्जी पाए जाने वालों से पैसे लिए जाएंगे वापस
यदि कोई किसान वेरिफिकेशन में फर्जी पाया जाता है, या उसके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेज एक दुसरे से मेल नहीं खाते तो उनसे पैसे वापस लिए जाएंगे। पहले भी गलत खातों से पैसे वापस लिए जा चुके हैं. दिसंबर 2019 तक मोदी सरकार ने 8 राज्यों के कुल 1,19,743 लाभार्थियों के खाते से पैसे वापस ले लिए हैं। अब गलत खातों में पैसे नहीं जाए, इसके लिए किसान योजना फिजिकल वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की जा रही है।
फिजिकल वेरिफिकेशन कैसे किया जाएगा?
केंद्र सरकार अब किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों के डाटा का आधार वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया है। किसानों द्वारा दी गई सूचना को दस्तावेजों से चेक किया जाएगा। यदि दस्तावेजों और दी गयी जानकारी में किसी भी प्रकार कि त्रुटि या कमी पायी जाती है, तो सम्बंधित राज्यों को उन लाभार्थी किसानों की जानकारी में सुधार या बदलाव किया जाएगा।
कैसे लिया जायेगा पैसा वापस?
यदि कोई किसान योजना की शर्तों को पूरा नहीं करता अर्थात अपात्र है, और जिनके दस्तावेज और आवेदन में भरी गयी जानकारी एक-दुसरे से मैच नहीं होती, तो उनके खाते में भेजा गया पैसा Direct Benefit Transfer (DBT) के माध्यम से वापस लिए जा सकता है।
मुजफ्फरपुर में Income Tax देने वाले 38 किसानों ने लौटाई पीएम किसान सम्मान निधि की राशि
पीएम किसान योजना के पात्र नहीं होने पर भी कई लोग इसका लाभ ले रहें हैं। ऐसे लोग जो फर्जीवाड़ा करके लाभ ले रहें हैं अब उन सभी के लिए यह राशि गले के फ़ांस बन गयी है। इस सम्बन्ध में मुज्जफरपुर जिले के ऐसे लोग जो इनकम टैक्स भरते हैं वह भी इस योजना का लाभ ले रहें हैं। विभाग की सख़्ती के बाद 38 ऐसे किसानों ने राशि वापिस की है। यह सिलसिला जारी है, जानकारी के अनुसार जिले में अब तक 3007 किसानों ने दो करोड़ 66 लाख 96 हज़ार रूपए का गलत तरीके से उठाव किया है.
इस तरह सामने आया पूरा मामला
प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड को लिंक करना अनिवार्य कर दिया था। आधार कार्ड लिंक से जब इनकम टैक्स देने वाले किसानों की पहचान होने लगी तो फर्जीवाड़ा पकड़ में आया। इसके बाद राशि लौटने के लिए नोटिस किया गया है।
मुजफ्फरपुर जिले के जिन किसानों ने गलत तरीके से पीएम किसान सम्मान निधि योजना का लाभ लिया है उन्हें राशि लौटने के लिए नोटिस भेजा जा रहा है। यदि नोटिस भेजे जाने के बाद भी किसान राशि वापिस नहीं करते है तो उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।
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हम आशा करते है आप हमारे द्वारा दी गयी पीएम किसान योजना फिजिकल वेरिफिकेशन की जानकारी से संतुष्ट है यदि आपके कोई प्रश्न है तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में शेयर कर सकते है।