प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) 2.0 और अमृत 2.0 की शुरुआत 1 अक्टूबर 2021 को सुबह 11 बजे डॉ. अम्बेडकर इंटरनेशनल सेंटर, नई दिल्ली से करेंगे। सरकार के मुताबिक़ स्वच्छ भारत मिशन 2.0 (SBM 2.0) के लिए 1.41 लाख करोड़ रूपए का बजट निर्धारित किया गया है। स्वच्छ भारत मिशन 2.0 और अमृत 2.0 को लांच करने का मुख्य उद्देश्य सभी शहरों को “कचरा मुक्त” और “जल सुरक्षित” के मकसद से तैयार किया गया है।
क्या है स्वच्छ भारत मिशन-शहरी 2.0
स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत निःशुल्क शौचालय निर्माण योजना की शुरुआत की गयी। जिसके अंतर्गत आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को शौचालय निर्माण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत खुले में शौच से मुक्त करने का संकल्प लिया था। स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत शहरों को साफ सुधरा, कचरा मुक्त बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इसके लिए SBM-U 2.0 का परिव्यय लगभग 1.41 लाख करोड़ रूपए है। मिशन अमृत के अगले चरण में देश का लक्ष्य है “सीवेज और सेप्टिक मैनेजमेंट बढ़ाना, अपने शहरों को वाटर सिक्योर Water secure cities” बनाना और ये सुनिश्चित करना की हमारी नदियों में कहीं पर भी कोई गन्दा नाला न गिरे।
क्या है AMRUT 2.0 का लक्ष्य
अमृत 2.0 को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य शहरों को वाटर सिक्योर Water secure cities बनाना है। इस हेतु लगभग 2.64 करोड़ सीवर/सेप्टेज कनेक्शन प्रदान करके लगभग 2.68 करोड़ नल कनेक्शन और 500 अमृत शहरों में सीवरेज और सेप्टेज को शत-प्रतिशत कवरेज करना है। इसका अलावा शहरी स्थानीय निकायों में सभी घरों में पेयजल की आपूर्ति का शत-प्रतिशत कवरेज प्रदान करा है, इससे शहरी क्षेत्रों में 10.5 करोड़ से अधिक लोगों को लाभ होगा अमृत 2.0 का परिव्यय लगभग 2.87 लाख करोड़ रुपये है.