अग्निपथ योजना के विरोध में देशभर में युवाओं का प्रदर्शन जारी है. इस बीच तीनों सेनाओं के अधिकारियों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर योजना के बारे में शंकाओं को दूर किया.

इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि अब एयरफोर्स की सभी भर्ती प्रक्रिया अग्निपथ योजना के जरिए ही की जाएंगी. 

अग्निपथ योजना के बारे में उन अभ्यर्थियों के मन भी शंकाएं हैं, जो फिजिकल और लिखित परीक्षा पास कर चुके हैं, मेडिकल बाकी है. उनका क्या होगा?

 क्या उनकी मेहनत खराब हो जाएगी या फिर उनकी भर्ती होगी और अग्निपथ योजना से उस भर्ती का कोई संबंध नहीं है.

उनके बारे में भी एयर मार्शल सूरज झा ने स्पष्ट किया है कि जो भी अभ्यर्थी योग्य हैं, उन्हें फिर से आवेदन करना होगा.

चूंकि 2 साल की अवधि ज्यादा है ऐसे में उन सब की फिर से स्क्रीनिंग होगी. उन्होंने बताया कि अब सभी भर्ती प्रक्रिया अग्निपथ के जरिए ही की जाएंगी.

इसके अलावा सेना की ओर से स्पष्ट किया गया है कि अग्निवीर के बाद युवाओं के पास कई विकल्प होंगे. 

इनमें सीएपीएफ में भी उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी. सेना के अधिकारी ने कहा कि सरकार को पता था कि जो 75 फीसदी अग्निवीर 4 साल बाद निकलेंगे, ये देश की ताकत होंगे.

इसके अलावा राज्य की सरकारों ने भी स्पष्ट किया है कि पुलिस में अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी. 

 चार राज्य तो ऐसे हैं, जिन्होंने स्पष्ट कहा है कि सभी अग्निवीरों को जॉब देंगे.