चिरंजीवी स्वास्थय योजना में पहले 5 लाख रूपए तक का कवर दिया जाता था जिसे बढाकर 10 लाख रूपए कर दिया है।

कॉकलिया इम्प्लांट सहित कई गंभीर बीमारियों का इलाज चिरंजीवी स्वास्थय कार्ड से हो सकेगा।

सरकारी अस्पतालों में आउटडोर और इनडोर में हर तरह का इलाज कैशलेस कोई पैसा नहीं लगेगा।

जरूरतमंद व्यक्तियों का कलेक्टर चिरंजीवी स्वास्थय कार्ड के बिना भी फायदा दिला सकेंगे।

मुख्यमंत्री चिरंजीवी दुर्घटना बीमा के अंतर्गत 5 लाख रूपए तक एक्सीडेंट कवर मिलेगा।

अगले वर्ष 18 बचे हुए 18 जिलों में नर्सिंग कॉलेज खुलेंगे।

एसएमएस अस्पताल, जयपुर में 5 नए विभाग, रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी, 300 करोड़ खर्च होंगे।

 अगले वर्ष अजमेर, जोधपुर और कोटा में नए मेडिकल इंस्टिट्यूट खोले जायेंगे जिसमे 250 करोड़ रूपए तक का खर्चा आएगा।

1000 उपस्वास्थ्य केंद्र खोले जायेंगे एवं 50 उप स्वास्थय केन्द्रों को क्रमोन्नत करते हुए 1000 नए पीएचसी खुलेंगे।