फर्जी किसानों की पहचान करने के लिए सरकार ने भूलेख सत्यापन का कार्य शुरू कर दिया है.
भूलेख सत्यापन के कारण पीएम किसान की 12वीं क़िस्त जारी होने में देरी हो रही है.