दीदी बाड़ी योजना की शुरुआत झारखण्ड सरकार द्वारा की गयी है. इस योजना को शुरू करने का मुख्य उद्देश्य महिलाओं एवं बच्चों में कुपोषण की कमी को दूर करना एवं उन्हें पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध करवाना एवं बेरोजगारी की समस्या को दूर करना है.
इस योजना के सफल क्रियान्वयन हेतु इस योजना का संचालन में झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी (JSLPS) का सहयोग लिया जा रहा है. दोस्तों इस योजना की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए हमारे साथ इस लेख के माध्यम से अंत तक बने रहें.
Show Contents
- क्या है दीदी बाड़ी योजना?
- Didi Badi Yojana 2022 Highlights
- दीदी बाड़ी योजना का उद्देश्य
- दीदी बाड़ी योजना के लाभ | Benefits Of Didi Badi Yojana
- झारखण्ड दीदी बाड़ी योजना हेतु दस्तावेज (पात्रता)
- दीदी बाड़ी योजना में आवेदन कैसे करें | How to apply for Didi Bari Scheme
- दीदी बाड़ी योजना झारखण्ड, मजदूरी भुगतान की प्रक्रिया
क्या है दीदी बाड़ी योजना?
कोरोना वायरस (Covid-19) के कारण कई लोग बेरोजगार हो गए है, जिसके कारण लोगों को आजीवका चलाने एवं अपने परिवार के भरण-पोषण में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीण क्षेत्रों में गुजर बसर करने वाली महिलाएं एवं बच्चे कुपोषण का शिकार हो रहें हैं एवं बेरोजगारी की समस्या भी दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, इन्ही सभी बातों को ध्यान में रखते है दीदी बाड़ी योजना (Didi Bari Yojana) शुरू की गयी है.
इस योजना के अंतर्गत तक़रीबन 5 लाख परिवारों को जोड़ा जायेगा एवं उन्हें लाभान्वित किया जाएगा. इस योजना के अंतर्गत लाभार्थी अपने घर की आसपास की 1 से 5 डिसमिल जमीन पर पोषण युक्त सब्जियों एवं फलों का उत्पादन कर सकेंगे। भूमिहीन ग्रामीणों द्वारा 02 से 05 लोगों का समूह बनाकर सार्वजानिक जमीन पर ग्राम सभा की अनुमति से दीदी वाड़ी योजना के तहत कार्य कर सकेंगे.
Didi Badi Yojana 2022 Highlights
योजना का नाम | दीदी बाड़ी योजना |
किसके द्वारा शुरू की गयी | झारखण्ड सरकार द्वारा |
उद्देश्य | कुपोषण एवं बेरोजगारी की समस्या को दूर करना |
लाभार्थी | राज्य के नागरिक |
कुपोषित महिलाएं की संख्या | 65.2% |
कुपोषित बच्चों की संख्या | 45% |
दीदी बाड़ी योजना का उद्देश्य
दोस्तों, जैसा की आप सभी जानते हैं की, कोरोना महामारी के कारण कई लोग बेरोजगार हो गए है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गुजर-बसर करने वाली महिलाओं एवं बच्चों को कुपोषण का सामना करना पड़ रहा है. इन्ही सभी बातों को ध्यान में रखते हुए कुपोषण एवं बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए दीदी बाड़ी योजना की शुरुआत की गयी है.
दीदी बाड़ी योजना के लाभ | Benefits Of Didi Badi Yojana
- इस योजना का लाभ झारखण्ड के स्थाई निवासियों को मिलेगा.
- इस योजना के जरिये बेरोजगार की समस्या दूर होगी, व महिलाओं एवं बच्चों को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाया जाएगा.
- इस योजना के अंतर्गत राज्य के तक़रीबन 5 लाख परिवारों को जोड़ा जाएगा.
- इस योजना के जरिये ग्रामीण क्षेत्र के लोग अपने घर के आसपास 1 से 5 डिसमिल जमीन पर पौष्टिक फल एवं सब्जियों का उत्पादन कर सकते है.
- भूमिहीन ग्रामीण 02 से 05 लोगों का समूह बनाकर सार्वजनिक जमीन पर ग्राम सभा की अनुमति से कार्य कर सकेंगे.
- प्रवासी मजदूरों को रोजगार मिलेगा, जिससे उनकी आय में बृद्धि होगी.
- इस योजना का संचालन मनरेगा, एवं जेएसएलपीएस द्वारा किया जाएगा.
झारखण्ड दीदी बाड़ी योजना हेतु दस्तावेज (पात्रता)
पात्रता
- आवेदक झारखण्ड राज्य का स्थाई निवासी होना चाहिए.
- आवेदक की उम्र 18 से 35 वर्ष के बीच होनी चाहिए.
दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पहचान पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- जाति प्रमाण-पत्र
- मनरेगा जॉब कार्ड
- बैंक पासबुक की फोटोकॉपी
- पासपोर्ट साइज फोटो
दीदी बाड़ी योजना में आवेदन कैसे करें | How to apply for Didi Bari Scheme
इच्छुक उम्मीदवार जो इस योजना में आवेदन करना चाहते है, वह निचे दिए गए तरीके को ध्यानपूर्वक समझे एवं उसे फॉलो करें.
- सर्वप्रथम आपको आजीविका मिशन, ग्राम संगठन, ग्राम सभा एवं ग्राम पंचायत जाकर इस योजना का आवेदन फॉर्म प्राप्त करना होगा.
- उसके बाद आवेदन फॉर्म में पूछी गयी सभी जानकारी को सही-सही भरना होगा.
- आवेदन फॉर्म भरने के बाद उसके साथ दस्तावेज संलग्न करें, एवं आवेदन फॉर्म को जमा करा दें.
- लाभार्थियों का चयन राज्य आजीविका मिशन के माध्यम से किया जाएगा.
- चयनित लाभार्थियों को इस योजना के तहत प्रशिक्षण दिया जाएगा.
- प्रशिक्षण देने के बाद, लाभार्थियों को रोजगार से जोड़ा जाएगा, और उन्हें मनरेगा योजना के तहत काम दिया जाएगा.
- इस प्रकार लाभार्थी इस योजना में आवेदन कर इस योजना का लाभ ले सकते हैं.
दीदी बाड़ी योजना झारखण्ड, मजदूरी भुगतान की प्रक्रिया
- इस योजना के तहत वित्तीय वर्ष में 100 मानव दिवस का कार्य दिया जाएगा. उनसे माह में 7 से 15 दिवस का काम दिया जाएगा.
- मजदूरी केवल कार्य दिवस के आधार पर दी जायेगी.
- यह मजदूरी मनरेगा के तहत प्रदान की जायेगी.
- मजदूरी का भुगतान लाभार्थी के सीधे बैंक अकाउंट में दी जायेगी, इसलिए लाभार्थी का बैंक में खाता होना जरुरी है.